tag:blogger.com,1999:blog-1935732057938365890.post6914339547901779929..comments2023-09-14T15:52:40.347+05:30Comments on " कबीर कुटी " - कमलेश कुमार दीवान : लो आई गर्मियाँ ....... विछ गये हैं फूल,सेमल केकबीर कुटी - कमलेश कुमार दीवानhttp://www.blogger.com/profile/15885065966350572216noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1935732057938365890.post-28823522599964842422010-04-12T07:57:56.201+05:302010-04-12T07:57:56.201+05:30बिछ गए हैं फूल सेमल के ...
पलाश पर भी आई है रंगत ....बिछ गए हैं फूल सेमल के ...<br />पलाश पर भी आई है रंगत ...<br />प्रकृति वर्णन करता सुन्दर गीत ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/10839893825216031973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1935732057938365890.post-73409174039510130402010-04-12T06:10:11.344+05:302010-04-12T06:10:11.344+05:30सुन्दर दृश्य उकेरा है.सुन्दर दृश्य उकेरा है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com