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बुधवार, 29 फ़रवरी 2012
रविवार, 5 फ़रवरी 2012
आओ प्रगति करे हम
आओ प्रगति करे हम ...
धरा छोड़ आकाश ओर
जाने से क्या होगा
बेघरवार न जाने कितने
भुवन बशाने से क्या होगा .
आओ प्रगति करे हम....।
आओ प्रगति करे हम ....
खेतो को धानी चुनर दो
पर्वत को पेड़ों से ढक दो
पक्षी करें पेड़ पर कलरव
नदियों मे पानी बहने दो
खेले म्रगछौने घर घर मे
ऐसी गति करे हम
आओ प्रगति करे हम ...।
कमलेश कुमार दीवान
1/5/2010
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