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रविवार, 29 जुलाई 2012
जनसंख्या शिक्षा पर कविता
छोटा सा आशियाँ
आओ एक छोटा सा
आशियाँ बनाये ।
आओ एक छोटा सा
आशियाँ बनाये ।
भीड़ भरी सड़को पर
चलना दुश्वार है
रेलो की छत पर भी
आदमी सवार है
पानी की धार नही
रोटी रोजगार नही
छोटे से आँगन की
भूमिका बनाये
आओ एक छोटा सा
आशियाँ बनाये ।
कमलेश कुमार दीवान
नोट॥.....यह कविता सन् १९९२ मे शासकीय शिक्षण महाविद्यालय खंड़वा म.प्र.मै आयोजित कविता प्रतियोगिता के अवसर पर छात्राध्यापक के रूप मे सुनाई थी ।
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