💐प्यार --एक सापेक्ष कविता 💐 एक नज्म़
कमलेश कुमार दीवान
प्यार एक ख्वाब है ,तन्हाई है सपनों का सफरप्यार बस प्यार है रोशनाई है अपनो का असर
प्यार एक दरिया है एक धार है मझधार भी है
प्यार एक कश्ती है तूफान है पतवार भी है
प्यार मंजिल है मुसाफिर है साहिल भी है
प्यार स्वीकार है इंकार है झंकार भी है
प्यार व्यवहार है दरकार भी तकरार भी है
प्यार एक वास्ता एक रास्ता इकरार भी है
प्यार एक प्यास है एहसास है एक आश भी है
प्यार जीवन है एक राग है नैराश्य भी है
प्यार हो जाना है पा जाना है खो जाना भी
प्यार रूसवाई है चलना भी है रूक जाना भी
प्यार बादल है वारिस है हरजाई भी
प्यार सागर है उफान है गहराई भी है
प्यार तो दिल के खेतों मे ऊग आई फसल
प्यार वस प्यार है कोई दूसरा संसार नहीं
कमलेश कुमार दीवान
28/8/99