यह ब्लॉग खोजें
बुधवार, 30 दिसंबर 2009
नव वर्ष 2010
.नव वर्ष
सुख बिखर सिमटते रहे
तिमिर घन
घटते बढ़ते रहें
प्रण टूटे ,
मौन और विस्तृत
स्वीकारे उत्कर्ष ,
नये आये है,वर्ष ।
शुभ मँगलकामनाओ सहित सादर समर्पित है।
कमलेश कुमार दीवान
1 टिप्पणी:
Udan Tashtari
30 दिसंबर 2009 को 11:48 pm बजे
नव वर्ष की बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
नव वर्ष की बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएं