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मंगलवार, 13 नवंबर 2012
पहले अपना दिया जलाओ
आओ जयोति पर्व मनाएँ
पहले अपना दिया जलाये ।
पहले अपना दिया जलाये ।।
दीपक से डरता अधियारा
दीपक से होता उजियारा
दीप दीप बाती बाती मे
साहचर्य क्या पता लगायें .
आओ अपना दिया जलाये ।
कमलेश कुमार दीवान
1 टिप्पणी:
अर्चना ठाकुर
14 मार्च 2013 को 10:50 pm बजे
वास्तव में समय यही कहता है..सार्थक पंक्तियाँ..
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वास्तव में समय यही कहता है..सार्थक पंक्तियाँ..
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