होली के रंग
होली के रंग छाँयेगे
कोई न हो उदास ।
मौसम ही सब समायेगे
कोई न हो उदास ।
नदियाँ ही रँग लाई हैं
तितली के पँखों से
ध्वनियाँ मधुर सुनाई दें
पूजा के शँखो से
पँछी भी चहचहायेगे
आ जाये आस पास ।
होली के रँग छायेगे
कोई न हो उदास ।
पुरवाईयो ने बाग बाग
पात झराये
बागो से उड़ी खुशबूओं ने
भँबरे बुलाये
अमिया हुई सुनहरी
मौसम का है अंदाज ।
बोली के ढँग आयेगें
कोई न हो उदास ।
होली के रँग छाँयेगे
कोई न हो उदास ।
कमलेश कुमार दीवान
26/02/10
होली मुबारक
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट कल के चर्चा मंच पर है
नदियाँ ही रंग लाई हैं, तितली के पंखों से,
जवाब देंहटाएंध्वनियाँ मधुर सुनाई दे, पूजा के शंखों से,
वाह वाह !!! क्या शब्द विन्यास है...
बहगुत खूब श्रीमान...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर।। होली की हार्दिक शुभकामनाएं
पधारें कैसे खेलूं तुम बिन होली पिया...