कभी कभी हम कुछ लिखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की जल्दबाजी में शब्दों के प्रभाव को नजरंदाज कर देते हैं परन्तु जो शब्द होते हैं वे भी नाद करते हैं नृतन करते हुए हमे आलोड़ित करते जाते हैं ऐसा ही एक शब्द है लुत्फ़ जिसका आशय आनंद से है हमारे विचार ये है....
*लुत्फ़"
अब लुफ़्त जिंदगी के भी उठाए नहीं जाते
गाने हंसी खुशी के भी तो गाए नहीं जाते
दुनिया का ये माहौल भी जुदा जुदा सा है
मौसम जो आएं अब वे आ के नहीं जाते
कमलेश कुमार दीवान
12/3/25
#लुत्फ़_मौसम_खुशी
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